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महाभारत से जुड़े 18 के अंक का रह्स्य (Interesting facts about Number 18 inMahabharat)

महाभारत से जुड़े 18 के अंक का रह्स्य (Interesting facts about Number 18 in Mahabharat):

महाभारत कौरवों और पांडवों मे हुआ भयानक युद्ध था| ये युद्ध किसी विश्वयुद्ध से कम नही था| इस युद्ध मे कम से कम 18 लाख सैनिक मारे गये थे|
18 के अंक का महाभारत के युद्ध मे बहुत महत्व है| महाभारत ग्रंथ मे total 18 अध्याय है|
श्री कृष्णा जी ने 18 दिन तक अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था और इसलिए गीता मे भी total 18 अध्याय ही है|

महाभारत का युद्ध total 18 दिन तक चला था|
कौरवों और पांडवों की सेना total 18 अक्षौहिणी (Regiment) थी| जिसमे 11 अक्षौहिणी कौरवों की सेना और 7 अक्षौहिणी पांडवों की सेना थी|
इस युद्ध के मुख्य सूत्रधार (main compere) भी 18 ही थे और इस युद्ध के अंत मे total 18 योद्धा (warrior) ही जीवित बचे थे|

इसी तरह श्री कृष्णा जी से 8 का अंक (number 8) जुड़ा हुआ है| श्री कृष्णा जी का जन्म भगवान विष्णु के आठवें अवतार के रूप मे देवकी जी की आठवीं संतान के रूप मे हुआ था| श्री कृष्णा जी का जन्म अष्टमी के दिन हुआ था और जिस समय उनका जानम हुआ उस समय कृष्ण पक्ष (Krishna paksha) की रात्रि के आठवाँ मुहूर्त (8th auspicious beginning) शुरू हुआ था|

तो दोस्तों कैसी लगी आपको हमारी ये जानकारी महाभारत से जुड़े 18 के अंक का रह्स्य (Interesting facts about Number 18 in Mahabharat)

दोस्तों अगर आप महाभारत से जुडी कोई और जानकारी  चाहते  है  तो आप हमें कमेंट में बता सकते है या यहाँ से पढ़ सकते  है|

  1. Mahabharata - Hindi

  2. Mahabharata: Indian Epic (Hindi)



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