इस दिवाली वास्तु के अनुसार करें मां लक्ष्मी का स्वागत, होगी विशेष कृपा
कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाने वाला यह महापर्व भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। दिवाली धन और सौभाग्य की देवी मां लक्ष्मी की आराधना के रुप में मनाया जाता है। यूं तो भारत त्योहारों का देश है फिर भी इसके जैसे बड़े त्योहार की बात ही निराली है।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भगवान राम के वनवास से वापस अयोध्या लौटने के उपलक्ष्य में मनाया जाने वाला यह त्योहार संपूर्ण देश में धूमधाम से मां लक्ष्मी की आराधना के साथ संपन्न होता है। सुख-समृद्धि के प्रतीक यह त्योहार हम सभी के जीवन में खुशियां लाये इसके लिए कुछ विशेष बातों को ध्यान देने की जरुरत है।
दिवाली के इस त्योहार पर आप वास्तु के अनुसार घर की साज-सज्जा कर के मां लक्ष्मी की विशेष कृपा का पात्र बन सकते हैं।
अनुपयोगी वस्तुओं का निस्तारण-
सबसे पहले घर में जितनी भी बेकार या बिना उपयोग की वस्तुएं पड़ी हैं उन्हें बाहर कर दें। इससे घर तो साफ सुथरा होगा ही साथ में स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डालने वाले परजीवी भी नहीं रहेंगे। ज्ञात रहे कि स्वच्छ घर में ही मां लक्ष्मी की कृपा होती है। घर से पुराने सामान का जाना ही नये वस्तुओं के आने का मार्ग बनाता है। अतः जो भी कपड़े, फर्नीचर, किताबें, टूटे फूटे सामान, बेकार खिलौने घर में पड़े हों उन्हें बाहर का रास्ता दिखाएं।
लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर-
घर के प्रमुख दरवाजे के ठीक सामने मां लक्ष्मी तथा गणेश जी की तस्वीर को लगाएं इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी की संचार होता है।
पूजा घर को सही दिशा में स्थापित करें-
प्रत्येक घर में यह आवश्यक हैं कि पूजा का मुख्य मंदिर सही दिशा में स्थापित हो जिससे घर में देवी-देवताओं की कृपा बनी रहे। संभव हो तो पूजा घर को पूर्व उत्तर दिशा में स्थापित करें। परंतु यदि ऐसा न कर पायें तो पूजा घर को घर में पूर्व दिशा में भी स्थपित कर सकते हैं। जहां तक हो सके पूजा घर में काले रंग से सजावट न करें तथा पूजा के समय भी काले रंग के कपड़े को पहनने से बचें।
घर से बुरी शक्तियों को बाहर करें-
घर में सुख समृद्धि लाने के लिए सभी बुरी शक्तियों को बाहर करने की जरुरत है। अतः दिवाली के दूसरें दिन आने वाली काली चौदस इस प्रकार की शक्तियों को घर से बाहर निकालने के लिए उपयुक्त है। शरीर तथा घर से शारीरिक, मानसिक तथा अन्य प्रकार के बुरी शक्तियों को बाहर करने के लिए आप मां काली या हनुमान जी की आराधना कर सकते हैं।
नमक मिले पानी का छिड़काव-
घर के प्रत्येक कोने में नमक मिले पानी का छिड़काव अवश्य करें। इसके करने से सभी बुरी शक्तियां घर से दूर रहती हैं। इसे आप साप्ताहिक रुप से भी अंजाम दे सकते हैं। यह घर में घनात्मक उर्जा का संचार करता है।
मां लक्ष्मी के चरणबिंदु अंकित करना-
घर के द्वार से पूजा गृह तक चावल, हल्दी तथा गुलाल को मिलाकर मां के चरण बिंदुओं को बनाएं। इससे घर में लक्ष्मी जी का वास होता है।
घर से बाहर दीप जलाने के लिए निर्देश-
घर के बाहर जब भी दीप को प्रज्ज्वलित करें तो उसे चार के जोड़ें में ही जलाऐं। यह चार दीप मां लक्ष्मी, गणेश जी, कुबेर जी तथा देवराज इंद्र को समर्पित होते हैं।
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