घर के मंदिर में ध्यान रखेंगे इन बातों को तो बढ़ेगी सकारात्मकता
नियमित रूप से घर के मंदिर में पूजा करने पर शुभ फल प्राप्त होते हैं और वातावरण पवित्र रहता है, जिससे महालक्ष्मी सहित सभी दैवीय शक्तियों की कृपा मिल सकती है। यहां जानिए कुछ ऐसी बातें जो पूजा करते समय ध्यान रखनी चाहिए।
मंदिर तक पहुंचनी चाहिए सूर्य की रोशनी और ताजी हवा
घर में मंदिर ऐसे स्थान पर बनाया जाना चाहिए, जहां दिनभर में कभी भी कुछ देर के लिए सूर्य की रोशनी अवश्य पहुंचती हो। जिन घरों में सूर्य की रोशनी और ताजी हवा आती रहती है, उन घरों के कई दोष शांत रहते हैं। सूर्य की रोशनी से वातावरण की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा में बढ़ोतरी होती है।
पूजा करते समय किस दिशा की ओर होना चाहिए अपना मुंह
घर में पूजा करने वाले व्यक्ति का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होगा तो बहुत शुभ रहता है। इसके लिए पूजा स्थल का द्वार पूर्व की ओर होना चाहिए। यदि यह संभव न हो तो पूजा करते समय व्यक्ति का मुंह पूर्व या उत्तर दिशा में होगा तब भी श्रेष्ठ फल प्राप्त होते हैं।
पूजन कक्ष में नहीं ले जाना चाहिए ये चीजें
घर में जिस स्थान पर मंदिर है, वहां चमड़े से बनी चीजें, जूते-चप्पल नहीं ले जाना चाहिए। मंदिर में मृतकों और पूर्वजों के चित्र भी नहीं लगाना चाहिए। पूर्वजों के चित्र लगाने के लिए दक्षिण दिशा क्षेत्र रहती है। घर में दक्षिण दिशा की दीवार पर मृतकों के चित्र लगाए जा सकते हैं, लेकिन मंदिर में नहीं रखना चाहिए। पूजन कक्ष में पूजा से संबंधित सामग्री ही रखना चाहिए। अन्य कोई वस्तु रखने से बचना चाहिए।
पूजन कक्ष में नहीं ले जाना चाहिए ये चीजें
घर में जिस स्थान पर मंदिर है, वहां चमड़े से बनी चीजें, जूते-चप्पल नहीं ले जाना चाहिए। मंदिर में मृतकों और पूर्वजों के चित्र भी नहीं लगाना चाहिए। पूर्वजों के चित्र लगाने के लिए दक्षिण दिशा क्षेत्र रहती है। घर में दक्षिण दिशा की दीवार पर मृतकों के चित्र लगाए जा सकते हैं, लेकिन मंदिर में नहीं रखना चाहिए। पूजन कक्ष में पूजा से संबंधित सामग्री ही रखना चाहिए। अन्य कोई वस्तु रखने से बचना चाहिए।

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