विक्रम बेताल की रहस्यमयी कहानियां (Vikram Betal Stories in Hindi part-1)
विक्रमादित्य प्राचीन भारत के महान राजा थे। वे अपने साहस और पराक्रम के लिए बहुत मशहूर थे। राजा विक्रमादित्य के बारे मे कई किस्से
और कहानियाँ मशहूर है | इन्ही क़िस्सो मे विक्रम और बेताल के किस्से भी एक है| विक्रम और बेताल के किस्सों पर कई सारी किताबें और कहानियाँ प्रकाशित हुई हैं। इनमे “बेताल पच्चीसी” और “सिंहासन बत्तीसी” काफ़ी लोकप्रिय किताबें हैं।
बेताल कौन था और राजा विक्रमादित्य उसे क्यों पकड़ना चाहते थे?
एक तांत्रिक अपनी शक्तियाँ बढ़ाने के लिए अनुष्ठान कर रहा था| उसको अपना अनुष्ठान पूरा करने के लिए बत्तीस लक्षण वाले स्वस्थ ब्राह्मण पुत्र की ज़रूरत थी जिसकी वो बली दे सके ओर उसका अनुष्ठान पूरा हो सके| इसलिए वो एक ब्राह्मण पुत्र को मारने के लिए उसके पीछे पड़ता है। परंतु वह ब्राह्मण पुत्र भाग कर जंगल में चला जाता है और वहाँ उसे एक प्रेत मिलता है, वो प्रेत ब्राह्मण पुत्र को उस तांत्रिक से बचने के लिए शक्तियाँ देता है और कहता है इसी जंगल मे प्रेत के रूप में पेड़ पर उल्टा लटक जाए और यह भी कहता है कि जब तक वह उस पेड़ पर रहेगा तब तक वह तांत्रिक उसका कुछ नही बिगाड़ पाएगा | वही ब्राह्मण पुत्र “बेताल” होता है।
कपटी तांत्रिक एक योगी का भेस बनाता है और राजा विक्रम के पास पहुँच कर रोज उनको एक फल भेंट करता और चला जाता| एक दिन राजा ने वो फल काटा तो उसमे से कीमती रतन निकला| इससे राजा उस भिक्षुक से मिलता है और उसे इतने कीमती रत्न देने का कारण पूछता है|
उस ढोंगी भिक्षुक में स्वयं बेताल को लाने की शक्ति नहीं होती इसलिए वह स्वांग रच कर राजा विक्रम से उस पेड़ पर लटक रहे प्रेत बेताल को लाने के लिए कहता है। राजा विक्रमादित्य उसकी बातों मे आ जाते है और राजा विक्रम उस तांत्रिक की असल इरादे से अनजान उसका काम करने निकल पड़ते है।
राजा विक्रमादित्य ने बेताल को ढूँढ लिया और उसको पेड़ से उतार कर अपनी पीठ पे उठा लिया और उस साधु के पास ले चलते है| इस पर बेताल बोलता है के रास्ता लंबा है और तुम मुझे बात नही कर सकते हो| बेताल शर्त रखता है के अगर उसने एक शव्द भी बोला तो वह फिर से पेड़ पे लौट जाएगा|
बेताल बोलता है के रास्ता लंबा है इसलिए मैं तुमको एक कहानी सुनाता हूँ | मैने तुम्हारे नयाय के बारे मे बहुत सुना है इसलिए कहानी के अंत मे तुम्हे न्याय करना पड़ेगा और अगर तुमने ऐसा नही किया तो तुम्हारे सिर के टुकड़े हो जाएँगे| अगर आपको विक्रम और बेताल की कहानियां पसंद है तो आप यहाँ से पढ़ सकते है :-
1.Vikram-Betal
2. Singhasan Battisi
और कहानियाँ मशहूर है | इन्ही क़िस्सो मे विक्रम और बेताल के किस्से भी एक है| विक्रम और बेताल के किस्सों पर कई सारी किताबें और कहानियाँ प्रकाशित हुई हैं। इनमे “बेताल पच्चीसी” और “सिंहासन बत्तीसी” काफ़ी लोकप्रिय किताबें हैं।
बेताल कौन था और राजा विक्रमादित्य उसे क्यों पकड़ना चाहते थे?
एक तांत्रिक अपनी शक्तियाँ बढ़ाने के लिए अनुष्ठान कर रहा था| उसको अपना अनुष्ठान पूरा करने के लिए बत्तीस लक्षण वाले स्वस्थ ब्राह्मण पुत्र की ज़रूरत थी जिसकी वो बली दे सके ओर उसका अनुष्ठान पूरा हो सके| इसलिए वो एक ब्राह्मण पुत्र को मारने के लिए उसके पीछे पड़ता है। परंतु वह ब्राह्मण पुत्र भाग कर जंगल में चला जाता है और वहाँ उसे एक प्रेत मिलता है, वो प्रेत ब्राह्मण पुत्र को उस तांत्रिक से बचने के लिए शक्तियाँ देता है और कहता है इसी जंगल मे प्रेत के रूप में पेड़ पर उल्टा लटक जाए और यह भी कहता है कि जब तक वह उस पेड़ पर रहेगा तब तक वह तांत्रिक उसका कुछ नही बिगाड़ पाएगा | वही ब्राह्मण पुत्र “बेताल” होता है।
कपटी तांत्रिक एक योगी का भेस बनाता है और राजा विक्रम के पास पहुँच कर रोज उनको एक फल भेंट करता और चला जाता| एक दिन राजा ने वो फल काटा तो उसमे से कीमती रतन निकला| इससे राजा उस भिक्षुक से मिलता है और उसे इतने कीमती रत्न देने का कारण पूछता है|
उस ढोंगी भिक्षुक में स्वयं बेताल को लाने की शक्ति नहीं होती इसलिए वह स्वांग रच कर राजा विक्रम से उस पेड़ पर लटक रहे प्रेत बेताल को लाने के लिए कहता है। राजा विक्रमादित्य उसकी बातों मे आ जाते है और राजा विक्रम उस तांत्रिक की असल इरादे से अनजान उसका काम करने निकल पड़ते है।
राजा विक्रमादित्य ने बेताल को ढूँढ लिया और उसको पेड़ से उतार कर अपनी पीठ पे उठा लिया और उस साधु के पास ले चलते है| इस पर बेताल बोलता है के रास्ता लंबा है और तुम मुझे बात नही कर सकते हो| बेताल शर्त रखता है के अगर उसने एक शव्द भी बोला तो वह फिर से पेड़ पे लौट जाएगा|
बेताल बोलता है के रास्ता लंबा है इसलिए मैं तुमको एक कहानी सुनाता हूँ | मैने तुम्हारे नयाय के बारे मे बहुत सुना है इसलिए कहानी के अंत मे तुम्हे न्याय करना पड़ेगा और अगर तुमने ऐसा नही किया तो तुम्हारे सिर के टुकड़े हो जाएँगे| अगर आपको विक्रम और बेताल की कहानियां पसंद है तो आप यहाँ से पढ़ सकते है :-
1.Vikram-Betal
2. Singhasan Battisi

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